National Unity Day 2024 Theme| क्यों मनाया जाता है ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’, क्या है इसका महत्व?
National Unity Day 2024 Theme: भारत में एकता का अनोखा रूप देखने को मिलता हैं। भारतीय लोग हमारे देश में एकता का एक प्रतीक हैं। ऐसे में जाहिर तौर पर पूरे देश में एकता का पर्व सेलिब्रेट करना बनता है।
इसी वजह से हर साल 31 अक्टूबर को पूरे देश में ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ (National Unity Day) मनाया जाता है। इस दिन को सेलिब्रेट करने का मुख्य उद्देश्य सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती का सम्मान करना है। वहीं यह दिन भारतवासियों को एकता और प्यार से रहने का संदेश भी देता है।
गौरतलब है कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम में सरदार वल्लभ भाई पटेल एक प्रमुख व्यक्ति थे और साथ हीं भारत के एकीकरण के पीछे भी उनका बेहद महत्वपूर्ण हाथ रहा था। यह उनके अथक प्रयासों की हीं देन है कि आज भारत 560 से अधिक रियासतों को एक साथ जोड़कर एक राष्ट्र बन पाया है।
कुल मिलाकर कहा जाए तो सरदार पटेल ने हीं अपने प्रयासों से आधुनिक भारत की नींव रखी थी। ऐसे में आइए जानते हैं ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के इतिहास, महत्व और सरदार पटेल के बारे में –
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‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ का इतिहास
दरअसल, ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ (National Unity Day 2024 Theme) या भारत में पहली बार साल 2014 में मनाया गया था। इस खास दिन को भारत सरकार द्वारा सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती (31 अक्टूबर) को मनाने के लिए शुरू किया गया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद साल 2014 में हर साल 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती को ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के रूप में मनाने का ऐलान किया था।
सरदार पटेल को 550 से अधिक रियासतों को भारत संघ में मिलाने का श्रेय दिया जाता है। वो हमेशा से हीं एकजुट और मजबूत भारत के समर्थक थे और उनके कार्यों में इस भावना को देखा जा सकता है।
ऐसे में आज की पीढ़ी सरदार पटेल से एकता और अथक प्रयास की सीख ले सकती है।
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‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ का उद्देश्य
‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ (National Unity Day 2024 Theme) को मनाने के पीछे का का मुख्य विचार भारत को एकजुट करने में सरदार पटेल की भूमिका को मान्यता देना और उसका जयंती को सेलिब्रेट करना है।
भारत की स्वतंत्रता से पहले, भारत कई रियासतों वाला एक खंडित क्षेत्र था, जो अर्ध-स्वायत्त थे।
ऐसे में भारत के पहले उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के रूप में, सरदार पटेल ने इन राज्यों को भारतीय संघ में शामिल होने के लिए राजी करने के लिए अपने कूटनीतिक कौशल और दृढ़ नेतृत्व का इस्तेमाल किया।
यह उनके प्रयासों की हीं देन है कि आज भारत छोटे-छोटे स्वतंत्र निकायों में विभाजित होने के बजाय एक एकीकृत देश बना है और लगातार विकास की ओर तेजी से बढ़ रहा है।
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‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ का सेलिब्रेशन
साल 2014 में पहली बार ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ (National Unity Day 2024 Theme) को सेलिब्रेट किया गया था। वहीं इसकी स्थापना के बाद से हर साल ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ को एकता और देशभक्ति को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किए गए विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों के साथ मनाया जाता है।
प्रमुख कार्यक्रमों में से एक है रन फॉर यूनिटी, जो राष्ट्रीय एकता बनाए रखने में सामूहिक प्रयास की आवश्यकता का प्रतीक है।
सार्वजनिक कार्यालय, स्कूल और कॉलेज भी भाषा, धर्म या क्षेत्र में मतभेदों के बावजूद एकजुट रहने के महत्व को उजागर करने के लिए बहस, चर्चा और सांस्कृतिक गतिविधियों सहित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करते हैं।
इन समारोहों की एक सामान्य विशेषता एकता प्रतिज्ञा है, जहाँ लोग राष्ट्र की अखंडता और एकता को बनाए रखने की शपथ लेते हैं।
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National Unity Day 2024 Theme
हर साल ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ को भारत में एक अलग थीम के साथ मनयाा जाता है, जिसका उद्देश्य पूरे राष्ट्र में एकता की ताकत को बढावा देना होता है।
ऐसे में साल 2024 के लिए ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ की थीम है – “एकता में भारत की ताकत का जश्न” (Celebrating India’s strength in unity)। इस थीम का मकसद देश के नागरिकों के बीच एकता, विविधता, और एकजुटता को बढ़ावा देना है।