World Physiotherapy Day 2024 Theme| कब और क्यों मनाया जाता है विश्व फिजियोथेरेपी दिवस, क्या है इसका इतिहास और महत्व
World Physiotherapy Day 2024 Theme: आज के भागदौड़ भरे युग में लोग कई तरह के शारीरिक दर्द और पीड़ा से ग्रस्त होते हैं और अक्सर इससे निजात पाने के लिए डॉक्टर की सलाह लेते हैं। ऐसे लोगों को डॉक्टर भी अक्सर फिजियोथेरेपी करवाने की सलाह देते हैं, जिससे कई तरह की शारीरिक समस्याएं दूर होती हैं। डॉक्टरों का कहना है कि फिजियोथेरेपी से कमर, पीठ और पैरों के दर्द में आराम मिलता है और साथ हीं शरीर की जकड़न दूर होती है।
ऐसे में फिजियोथेरेपी के महत्व को समाझाने और लोगों को इसके बारे में जागरुक करने के लिए हर साल 8 सितंबर को विश्वभर में ‘विश्व फिजियोथेरेपी दिवस’ (World Physiotherapy Day) मनाया जाता है। यह दिन सभी फिजियोथेरेपिस्टों और उनके द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं के प्रति समर्पित है, जो रोगियों और स्वस्थ व्यक्तियों में बुनियादी से लेकर जटिल शारीरिक गतिविधियों में लक्षण-मुक्त गतिविधि के अंतिम लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद करते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं इस खास दिन के इतिहास महत्व और थीम के बारे में –
इतिहास (World Physiotherapy Day 2024 History)
आपको बता दें कि विश्व स्तर पर 8 सितंबर 1951 को World Confederation of Physical Therapy संगठन की स्थापना की गई। यह गैर-लाभकारी संगठन किफायती स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने के लिए साक्ष्य-आधारित फिजियोथेरेपी अभ्यास को बढ़ावा देने में फिजियोथेरेपिस्टों के लिए सुरक्षित कार्य प्रक्रियाओं की वकालत करता है। इसके बाद 8 सितंबर 1996 को ‘विश्व फिजियोथेरेपी दिवस’ (World Physiotherapy Day 2024 Theme) की घोषणा की गई और तभी से विश्व स्तर पर इसे सेलिब्रेट किया जाता है।
महत्व (World Physiotherapy Day 2024 Importance)
फिजियोथेरेपी सेहतमंद रहने के लिए बहुत जरूरी होता है। यह एक तरह की थेरेपी है, जो मेडिकल साइंस का ही हिस्सा है। शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए या फिर शरीर के दर्द को कम करने के लिए डॉक्टर अक्सर फिजियोथेरेपी करवाने की सलाह देते हैं। खेल से जुड़े सभी खिलाड़ी अक्सर फिजियोथेरेपी का सहारा लेते हैं, ताकि उनके शरीर की अकड़न दूर रहे और शरीर फ्लैक्सिबल रहे।
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खेल-कूद से होने वाली चोटें एथलीटों और सक्रिय व्यक्तियों में आम हैं। ऐसे में विशेषज्ञों का कहना है कि फिजियोथेरेपी इन चोटों को रोकने में मदद कर सकती है। एथलीटों या चोट लगने की संभावना वाले लोगों को अपनी दिनचर्या में विभिन्न व्यायाम शामिल करने चाहिए। इनमें शामिल हैं:
- गतिशील स्ट्रेचिंग दिनचर्या, जिसमें पैर हिलाना और हाथ घुमाना शामिल है।
- कोर को मजबूत करने वाले व्यायाम, जैसे प्लैंक और बर्ड-डॉग।
- संतुलन और प्रोप्रियोसेप्शन अभ्यास, जैसे एकल-पैर पर खड़े होना और चपलता सीढ़ी अभ्यास।
इसके साथ ही, फिजियोथेरेपी करवाने से अर्थराइटिस, घुटनों के दर्द, पीठ दर्द, मांसपेशियों में खिंचाव, मसल्स में अकड़न जैसी समस्याएं दूर होती हैं। वहीं कई लोग तो शारीरिक दर्द और अकड़न के अलावा मानसिक तनाव और टेंशन से भी दूर रहने के लिए फिजियोथेरेपी का सहारा लेते हैं। ऐसे में ‘विश्व फिजियोथेरेपी दिवस’ (World Physiotherapy Day 2024 Theme) वैश्विक स्तर पर लोगों के बीच फिजियोथेरेपी के महत्व को जागरुक करने का एक अवसर प्रदान करता है।
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फिजियोथेरेपी के उपयोग
- संतुलन में सुधार
- कार्डियोपल्मोनरी सहनशक्ति
- समन्वय विकसित करना
- प्रगतिशील लचीलापन
- गतिशीलता में सुधार
- मांसपेशियों का प्रदर्शन
- न्यूरोमस्क्युलर नियंत्रण
- आसन नियंत्रण
- आसन स्थिरता और संतुलन
World Physiotherapy Day 2024 Theme
बता दें कि हर साल ग्लोबल स्तर पर ‘विश्व फिजियोथेरेपी दिवस’ एक अलग-अलग थीम पर मनाया जाता है। साल 2024 के लिए ‘विश्व फिजियोथेरेपी दिवस’ की थीम है, “कम पीठ दर्द (LBP) और इसके प्रबंधन और रोकथाम में फिजियोथेरेपी की भूमिका“। यह थीम केवल एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या को संबोधित करने के बारे में नहीं है; यह लोगों को उनके स्वास्थ्य के प्रबंधन में सक्रिय कदम उठाने के लिए सशक्त बनाने के बारे में है। वहीं साल 2023 और 2022 के लिए इस खास दिन की थीम थी, “ऑस्टियोआर्थराइटिस की रोकथाम और प्रबंधन”।