Vedaa Movie Review In Hindi| सीरियस किरदार में दिल जीत गए जॉन अब्राहम, शरवरी में टिकी है फिल्म की जान, देखें मूवी रिव्यू
Vedaa Movie Review In Hindi: जॉन अब्राहम और शरवरी वाघ की लॉन्ग अवेटेड फिल्म ‘वेदा’ (Vedaa) आखिरकार स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। फिल्म के ट्रेलर के बाद से ही सभी को इस फिल्म के रिलीज का इंतजार था। ट्रेलर से साफ था कि जॉन एक बार फिर अपने पुराने अंदाज में नजर आने वाले हैं। हालांकि भले ही उन्होंने एक बार फिर ‘रॉकी हैंडसम’ जैसे किरदार निभाया हो, लेकिन यह फिल्म उससे काफी अलग है।
इस फिल्म में जॉन अब्राहम एक बिल्कुल नई कहानी के साथ वापस आए हैं, जो जिसमें वो एक आर्मी मेजर अभिमन्यु कंवर का किरदार निभा रहे हैं। इस दौरान पहले तो उन्हें किसी कारणवश कोर्ट मार्शल कर दिया जाता है और उसके बाद उनके पत्नी (तमन्ना भाटिया) की भी हत्या कर दी जाती है। इस दर्द से वो खुद को एक अलग इंसान बना लेते हैं। हालांकि इसके बाद वो जातिवाद से जूझ रही एक लड़की की मदद करते हैं, उसे सभी बुराईयों से लड़ने में सक्षम बनाते हैं और फिल्म की पूरी कहानी इसी पर आधारित है।
कहानी (Vedaa Story)
‘वेदा’ फिल्म (Vedaa Movie Review In Hindi) के कहानी की बात करें तो इस फिल्म की कहानी राजस्थान के एक गांव के इर्द-गिर्द घूमती है, जहां जातिवाद की सोच और परंपरा अभी भी लोगों के बीच चलती आ रही है। फिल्म का मुख्य विषय जातिवाद है, जहां ऊंची जाति के लोगों को निचली जाति के लोगों का शोषण करते हुए दिखाया गया है।
इसके फर्स्ट हाफ को 2 भागों में बांटा जा सकता है। जहां पहले भाग में जॉन अब्राहम की कहानी दिखाई गई है, जो एक आर्मी मेजर अभिमन्यु कंवर का किरदार निभा रहे हैं। किसी कारण उन्हें आर्मी से कोर्ट मार्शल कर दिया जाता है और इसके बाद उनकी पत्नी के किरदार में आपको राशि (तमन्ना भाटिया) सेना के एक ऑपरेशन के दौरान आतंकवादियों द्वारा मार दी जाती हैं। सेना से निकाले जाने और राशी की हत्या के बाद अभिमन्यु अपनी पत्नी के घर आकर रहने लगता है।
इस दौरान दूसरी कहानी शुरू होती है वेदा (शरवरी वाघ) नाम के लड़की की, जो निचली जाति से आती हैं, लेकिन वह एक बॉक्सर बनना चाहती है। हालांकि उसके गांव का प्रधान जीतेंद्र प्रताप सिंह (अभिषेक बनर्जी) ऐसा नहीं होने देना चाहता, क्योंकि गांव में निचली जाती को प्रताड़ित किया जाता है। इस दौरान वह वेदा की बहन और भाई का हत्या करवा देता है और घमंड में चूर होकर वेदा को भी जान से मारना चाहता है।
हालांकि जब अभिमन्यू के सामने ये पूरी कहानी आती है, तो वो वेदा की मदद करने की ठान लेता है और उस लड़की को ना सिर्फ एक बॉक्सर बनने की ट्रेनिंग देता है, बल्कि गांव में बसे बुराईयों से लड़ना कैसे है ये भी सिखाता है। ऐसे में दोनों मिलकर किस तरह से गांव के प्रधान का सामना करते हैं, फिल्म की कहानी इसी पर आधारित है।
एक्टिंग (Vedaa Acting)
‘वेदा’ फिल्म के एक्टिंग की बात करें अगर तो इस फिल्म में जॉन अब्राहम का किरदार आपको बेहद हीं ज्यादा पसंद आने वाला है। एक्शन और सीरियस अवतार में जॉन खूब जंच रहे हैं और इसके साथ हीं विलेन के रुप में अभिषेक बनर्जी का किरदार फिल्म को चार चांद लगा रहा है। एक परफेक्ट विलेन कैसा होना चाहिए, अभिषेक इसका पूरा प्रमाण इस फिल्म में देते नजर आ रहे हैं।
ये भी पढ़ें: Stree 2 Movie Review In Hindi| दर्शकों को कैसी लगी सिरकटे और स्त्री की भिड़ंत, जानें मूवी रिव्यू
इसके अलावा शरवरी इस फिल्म की जान हैं, जिनकी एक्टिंग काफी शानदार है। इमोशन किरदार हो…एक लाचार लड़की का किरदार या फिर फुल ऑन एक्शन मोड वाला किरदार..शरवरी ने हर एक रोल में खूब को पूरी तरह से साबित किया है। ऐसे में एक्टिंग के तौर पर देखा जाए तो ये फिल्म किसी भी तरह से कम नहीं है।
डायरेक्शन (Direction)
आपको बता दें कि ‘वेदा’ का निर्देशन निखिल आडवाणी ने किया है। फिल्म (Vedaa Movie Review In Hindi) को देखते हुए ये कहा जा सकता है कि उन्होंने अपने काम को सीरियसली निभाया है। उन्होंने फिल्म के हर एक सीन को बड़ी बारिकियों के साथ शूट किया है। हालांकि अच्छा ट्रेलर, अच्छा कॉन्सेप्ट, अच्छा फर्स्ट हाफ होने के बावजूद इस फिल्म में कहीं ना कहीं कमी रह गई है। फर्स्ट हाफ में उन्हें पूरे नंबर और सेकेंड हाफ में आधे नंबर देने पड़ रहे हैं।
Vedaa Movie Review In Hindi
फिल्म (Vedaa Movie Review In Hindi) की कहानी फर्स्ट हाफ में थोड़ी बोरिंग हो सकती है, लेकिन सेकेंड हाफ वापस से पकड़ बनाने में सफल है। हालांकि इसके बावजूद इस फिल्म में कहीं ना कहीं मजबूत कहानी और भावनात्मक एक्टिंग की कमी दिखाई दे सकती है। देखा जाए तो ये फिल्म फर्स्ट हाफ में कहीं कम दिखाई देती है, तो इसके बाद सेकेंड हाफ में मजबूती पकड़ती है, लेकिन सेकेंड हाफ में भी आगे चलकर ये फिल्म दर्शकों की उम्मीदों को तोड़ देती है।
Rating – 2.5 Stars