Sadbhavana Diwas 2024 Theme| जानें क्यों मनाया जाता है सद्भावना दिवस और क्या है इसका महत्व
Sadbhavana Diwas 2024 Theme: हर साल 20 अगस्त को भारत में एक महत्वपूर्ण दिन मनाया जाता है, जिसे हम सद्भावना दिवस के नाम से जानते हैं। दरअसल, ये दिन भारत के पूर्व दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। 20 अगस्त 2024 को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 80वीं जयंती है। भारतीय इतिहास के सबसे सबसे युवा प्रधानमंत्री होने के नाते राजीव गांधी की सोच आधुनिक और दूसरों से अलग थी।
राजीव गांधी ने कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय परियोजनाओं के माध्यम से एक विकसित राष्ट्र का सपना देखा था। उन्होंने अपने इस सपने की तरफ जी जान से काम से किया और जबतक जीवित रहे…देश के हित को सर्वोच्चय रखा। ऐसे में ये दिवस राजीव गांधी की जयंती के रुप में मनाया जाता है। सद्भावना दिवस (Sadbhavana Diwas 2024 Theme) का मुख्य विषय सभी धर्मों और भाषाओं के लोगों के बीच राष्ट्रीय एकता और सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देना है। साल 2024 में, सद्भावना दिवस का महत्व और भी बढ़ गया है क्योंकि देश सामाजिक और राजनीतिक चुनौतियों का सामना कर रहा है।
सद्भावना दिवस 2024 का इतिहास (Sadbhavana Diwas 2024 History)
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत में ‘सद्भावना दिवस’ (Sadbhavana Diwas 2024 Theme) मनाने की शुरूआत साल 1992 में की गई थी, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के मृत्यू के बाद। उनकी मृत्यू के बाद इस खास दिन को हर मनाने का निर्णय लिया गया था। राजीव गांधी ने अपने कार्यकाल के दौरान देश में तकनीकी विकास, शिक्षा, और विज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनका लक्ष्य भारत को दूसरे देशों से आगे निकालने का था, चाहे वो विज्ञान के क्षेत्र में हो… या फिर शिक्षा या टेक्नोलॉजी में।
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सद्भावना दिवस 2024 का महत्व (Sadbhavana Diwas 2024 Theme)
राजीव गांधी ने हमेशा सामाजिक समरसता और एकता और देशहित को प्राथमिकता दी और जबतक प्रधानमंत्री रहे…देश के लोगों के लिए हीं सोचते रहे। ऐसे में उनके इस सपने और उनके लक्ष्य को जीवित रखना बेहद जरुरी है, ताकि आज के युवा उनसे सीख लेकर अपना भविष्य का फैसला कर सकें। ऐसे में सद्भावना दिवस (Sadbhavana Diwas 2024 Theme) का मुख्य उद्देश्य उनके सिद्धांतों और आदर्शों को जीवित रखना भी है और साथ ही लोगों को उनके योगदान और सपने के बारे में जागरुक करना भी है।
राजीव गांधी के बारे में (About Rajiv Gandhi)
राजीव गांधी (Sadbhavana Diwas 2024 Theme) प्रधानमंत्री थे। भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू उनके दादा थे और उनकी माँ इंदिरा गांधी भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री थीं। ऐसे में राजनीति उनके खून में थी। हालांकि इंदिरा गांधी की हत्या के बाद राजीव गांधी अचानक हीं प्रधानमंत्री बने और उस समय उनकी उम्र महज 40 साल थी। वो साल 1984-89 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे।
(राजीव गांधी की सोच) Rajiv Gandhi Thoughts
राजीव गांधी बहुत ही सरल और सजह व्यक्तित्व वाले इंसान थे। उन्होंने युवा शक्ति (Sadbhavana Diwas 2024 Theme) को बहुत प्रोत्साहित किया और कहा कि देश का विकास देश के युवाओं की जागरूकता पर ही निर्भर करता है। इसके बाद से ही देशभर में युवाओं के लिए रोजगार की योजनाओं की शुरूआत की गई। राजीव गांधी हमेशा एक बात कहा करते थे –
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“भारत एक पुराना देश है, लेकिन एक युवा राष्ट्र है; और हर जगह के युवाओं की तरह, हम भी अधीर हैं। मैं युवा हूँ और मेरा भी एक सपना है। मैं एक ऐसे भारत का सपना देखता हूँ, जो मजबूत, स्वतंत्र, आत्मनिर्भर हो और मानवता की सेवा में दुनिया के देशों की अग्रिम पंक्तियों में सबसे आगे हो” – राजीव गांधी।
राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार (Rajiv Gandhi National Sadbhavana Award)
बता दें कि साल 1992 में, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की स्मृति में राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार (Sadbhavana Diwas 2024 Theme) की स्थापना की गई थी। हर साल यह पुरस्कार उन लोगों को दिया जाता है, जिन्होंने अपना जीवन सामाजिक सद्भाव को समझने और बढ़ावा देने के लिए समर्पित कर दिया है। इस पुरस्कार में एक प्रशस्ति पत्र और 10 लाख रुपये का नकद पुरस्कार शामिल है, जो हर साल जिन्होंने राजीव गांधी की तरह ही देशहित का सपना देखा और उसे पूरा करने के लिए समर्पित रहे।
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