Quit India Movement Day 2024| अंग्रेजों के खिलाफ भारतीय क्रांतिकारियों की दूसरी सबसे बड़ी लड़ाई
Quit India Movement Day 2024: हमारा भारत देश जब अंग्रेजो की गुलामी से 200 सालों तक जूझ रहा था, तब देश के कई स्वतंत्रता सेनानियों और क्रांतिकारियों ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ कई आंदोलन और मोर्चे खोले, जो भारत की आजादी के सबसे महत्वपुर्ण योगदान रहे। स्वतंत्रता की ऐसी ही एक महत्वपूर्ण लड़ाई रही ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ यानी Quit India Movement, जिसे महात्मा गांधी के नेतृत्व में शुरू किया गया था।
महात्मा गांधी के नेतृत्व में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा ब्रिटिश शासन के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन की ये शुरुआत भारत की आजादी के सबसे महत्वपूर्ण लड़ाइयों में से एक रही। इस आंदोलन को 8 अगस्त 1942 को शुरू किया गया था और तभी से हर साल 8 अगस्त को ‘भारत छोड़ो आंदोलन दिवस’ (Quit India Movement Day) के रुप में मनाया जाता है। ये दिन हमें हमारे क्रांतिकारियों और स्वतंत्रता सेनानियों के उस ऐतिहासिक लड़ाई की याद दिलाता है, जो भविष्य में हर युवा के लिए एक प्रतीक है।
भारत छोड़ो आंदोलन दिवस 2024 (Quit India Movement Day 2024)
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि साल 2024 में हम भारत छोड़ो आंदोलन की 82वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। यह अतीत के वीरतापूर्ण कार्यों और बलिदानों को याद करने और उनसे सीखने का समय है, ताकि हम आज और कल के लिए प्रेरणा ले सकें।
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कब हुई थी शुरूआत? (When Quit India Movement Was Started?)
‘भारत छोड़ो आंदोलन’ को ‘अगस्त क्रांति दिवस’ भी कहा जाता है। 8 अगस्त, 1942 को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) ने बॉम्बे में अपने अधिवेशन में भारत छोड़ो प्रस्ताव पारित किया, जिसमें भारत में ब्रिटिश शासन को तत्काल समाप्त करने की मांग की गई। वहीं अगले दिन, 9 अगस्त को भारत छोड़ो आंदोलन (Quit India Movement Day 2024) की आधिकारिक शुरुआत हुई, जिसका आगाज महात्मा गांधी ने अपना प्रतिष्ठित “करो या मरो” भाषण देकर किया, जिसमें भारतीयों से ब्रिटिश सरकार से अपना सहयोग वापस लेने का आग्रह किया गया था।
ये आंदोलन तब शुरू किया गया, जब ब्रिटिश सरकार ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भारतीय सैनिकों को जबरन उसमें भाग लेने को भेज दिया और वहां कई भारतीय जवान शहीद हो गए। “भारत छोड़ो” का नारा पूर्ण स्वतंत्रता की मांग का सार था। इस आंदोलन में देश भर में व्यापक विरोध, हड़ताल और प्रदर्शन हुए, जिसमें समाज के सभी वर्गों के लोग शामिल हुए।
परिणाम (Results Of Quit India Movement)
आपको बता दें कि भारत छोड़ो आंदोलन (Quit India Movement Day 2024) से भारत को तत्काल स्वतंत्रता तो नहीं मिली, लेकिन इसने स्वतंत्रता के संघर्ष को तेज करने और भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस आंदोलन ने भारत पर ब्रिटिश नियंत्रण को काफी हद तक कमज़ोर कर दिया।
- इस आंदोलन का नतीजा ये रहा कि ब्रिटिश सरकार ने इस आंदोलन में भाग लेने वाले हजारों नेताओं, सेनानियों और क्रांतिकारियों को अंग्रेजों ने गिरफ्तार कर लिया और 1945 तक जेल में रखा। इसके बावजूद, स्थानीय नेताओं और आम नागरिकों के नेतृत्व में आंदोलन जमीनी स्तर पर जारी रहा।
- अंततः ब्रिटिश सरकार को यह एहसास हो गया कि भारत पर शासन करना असंभव होता जा रहा है, और वे युद्ध के बाद शांतिपूर्वक वापसी के बारे में सोचने लगे।
- 1945 में द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति के बाद जब जेल में बंद स्वतंत्रता सेनानियों को रिहा किया गया तो यह आंदोलन समाप्त हो गया। इस आंदोलन में शहीद होने वाले कुछ बहादुर व्यक्तियों में मुकुंद काकती, मातंगिनी हाजरा, कनकलता बरुआ, कुशल कोंवर, भोगेश्वरी फुकनानी और अन्य शामिल हैं।
1857 के युद्ध के बाद दूसरा सबसे गंभीर विद्रोह
बता दें कि महात्मा गांधी द्वारा 9 अगस्त 1942 को बॉम्बे के गोवालिया टैंक मैदान में शुरू किया गया भारत छोड़ो आंदोलन (Quit India Movement Day 2024) भारत के स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण क्षण था। इससे भारत तो तत्काल स्वतंत्रता तो नहीं मिली, लेकिन इस आंदोलन ने लाखों भारतवासियों को एकजुट होकर अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने के लिए एकत्र किया। इस आंदोलन ने ब्रिटिश शासन के जड़ को हिला डाला और इसका असर कुछ ऐसा रहा कि वायसराय लिनलिथगो ने भी इस आंदोलन को 1857 की घटनाओं के बाद ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारत का सबसे गंभीर विद्रोह माना।
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भारत छोड़ो आंदोलन का महत्व (Importance Of Quit India Movement)
भारत छोड़ो आंदोलन दिवस (Quit India Movement Day 2024) भारत की आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद करने का महत्वपूर्ण दिन है। साथ हीं यह दिन स्वतंत्रता, लोकतंत्र और न्याय के आदर्शों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करने का भी दिन है। ये दिन हमें याद दिलाता है कि भले ही हमें पहली बार में सफलता ना मिले, लेकिन कभी भी हार नहीं मानना चाहिए। इसके साथ ही यह दिन भारतीय लोगों की एकता और शक्ति का जश्न मनाने का दिन भी है।
कैसे मनाए भारत छोड़ो आंदोलन दिवस 2024 (How To Celebrate Quit India Movement Day 2024)
आपको बता दें कि ये दिवस भारत की आजादी के लिए शहीद हुए सभी क्रांतिकारियों के लिए एक अहम दिन है। ऐसे में भारत छोड़ो आंदोलन दिवस पर, पूरे भारत में लोग भारत की आज़ादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देते हैं। साथ हीं इस दिन भारतीय लोगों की एकता और ताकत का जश्न भी पूरे देश में मनाया जाता है।