हर साल 21 जून को दुनियाभर में इंटरनेशनल योग डे मनाया जाता है। ये सिर्फ एक दिन योग करने के लिए नहीं है, बल्कि एक मौका है दुनिया को ये बताने का कि भारत की इस पुरानी परंपरा में आज भी कितनी ताकत है। 2025 में जब 11वां योग दिवस मनाया जाएगा, तो उसकी थीम होगी ‘Yoga for One Earth, One Health’। यानी एक धरती, एक सेहत और इसका मतलब सिर्फ इंसानों तक सीमित नहीं है, इसमें पूरा पर्यावरण, जानवर, पेड़-पौधे, सब शामिल हैं।
अब सोचो, आज की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में जहां हर कोई स्ट्रेस, नींद की कमी और हेल्थ प्रॉब्लम से जूझ रहा है, वहां योग एक ऐसी चीज है जो बिना किसी खर्चे के आपकी फिजिकल और मेंटल हेल्थ को बेहतर बना सकता है। यही वजह है कि योग अब सिर्फ भारत में नहीं, बल्कि न्यूयॉर्क से लेकर टोक्यो तक हर जगह पॉपुलर हो चुका है।

इस कारण से मनाया जाता है योगा दिवस
भारत में योग की शुरुआत कोई आज की बात नहीं है, ये परंपरा हजारों साल पुरानी है। योग सिर्फ कसरत करने का तरीका नहीं, बल्कि एक पूरी जीवनशैली है जो शरीर, मन और आत्मा को आपस में जोड़ती है। ‘योग’ शब्द संस्कृत के ‘युज’ से आया है, जिसका मतलब होता है जोड़ना या मिलाना। यानी योग का मकसद है इंसान को खुद से, प्रकृति से और पूरे ब्रह्मांड से एक गहरा रिश्ता जोड़ना।
आज की तेज-रफ्तार जिंदगी में जहां लोग स्ट्रेस, चिंता और हेल्थ प्रॉब्लम्स से जूझ रहे हैं, वहीं योग एक ऐसा जरिया बनकर उभरा है जो हमें शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से संतुलन में रखता है। इसी गहराई और महत्व को दुनिया तक पहुंचाने के लिए हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है।

पहली बार इस दिन मनाया गया था योग दिवस
ये दिवस मनाने का आइडिया सबसे पहले भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 सितंबर 2014 को यूनाइटेड नेशंस जनरल असेंबली (UNGA) में अपने भाषण के दौरान दिया था। उन्होंने 21 जून को योग दिवस के तौर पर मनाने का सुझाव रखा, क्योंकि ये दिन उत्तरी गोलार्ध में साल का सबसे लंबा दिन होता है यानी Summer Solstice होता है। इसी दिन को कई परंपराओं में आत्मिक जागरूकता और ऊर्जा के प्रतीक के तौर पर देखा जाता है।
मोदी जी के इस प्रस्ताव को 177 देशों ने सपोर्ट किया, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड था। इसके बाद 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को आधिकारिक तौर पर ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ घोषित कर दिया। पहला इंटरनेशनल योग डे 21 जून 2015 को पूरी धूमधाम से मनाया गया। खास बात ये थी कि दुनिया भर के 192 देशों ने इसमें हिस्सा लिया। भारत में राजधानी दिल्ली के राजपथ पर हजारों लोगों ने एक साथ योग किया और इस इवेंट ने वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया।
योग दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य
योग दिवस मनाने का उद्देश्य यही है कि लोग योग के शारीरिक, मानसिक और आत्मिक फायदों को जानें और उसे अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में शामिल करें। WHO भी मानता है कि योग से हार्ट डिजीज, डायबिटीज और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के खतरे को कम किया जा सकता है।

योग दिवस 2025 की थीम
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 की आधिकारिक थीम “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग” है। PM मोदी ने मार्च 2025 में “Yoga for One Earth, One Health” थीम की घोषणा की थी, जिसमें योग को एक ऐसा माध्यम बताया गया था जो न केवल व्यक्तिगत कल्याण में मदद करता है बल्कि पर्यावरण संरक्षण और सामूहिक स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है ।